" पूरब के ऑक्सफोर्ड के नाम से विख्यात इलाहाबाद विश्वविद्यालय, जिसने अनगिनत आंखों में बसे सपनों को पंख दिए, ऐसे ही सपने लेकर शहर आने वाले हजारों छात्रों के डिस्कशन का अड्डा था, महिला छात्रावास के सामने स्थित लल्ला चुंगी, इसी लल्ला चुंगी की चाय समोसे की दुकान पर चर्चा करके न जाने कितने ही नौनिहालों ने देश विदेश जाकर अपने सपनों को रंग दिया, न जाने कितनी ही जवानियों ने महिला छात्रावास से निकलने वाले खूबसूरत चेहरों में अपने प्यार का भविष्य देखा, न जाने कितने ही परवान चढ़ते इश्क, और कितने ही टूटते दिलों की दास्तान का गवाह रहा है, यह लल्ला चुंगी का अड्डा, यहीं के चाय समोसे खाकर न जाने कितने ही कलेक्टर और डिप्टी कलेक्टर देश को मिल गए, प्रशासन की कार्यवाही के कारण यह लल्ला चुंगी आज इतिहास हो गई है, इसके ध्वस्तीकरण का दुःख हर उस दिल के कोने में सिसक रहा है, जिसने भी यहां अपने जीवन को रंग दिया, युवाओं के दिलों की धड़कन रहे लल्ला चुंगी के ध्वस्तीकरण पर, पूरे प्रयागराज की हर गली हर मुहल्ला स्तब्ध है।" Translated in English Allahabad University, known as the Oxford of the East, which ga...